NRI Marriage In India: भारत में एनआरआई लड़का-लड़की की शादी के क्या नियम है?

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NRI Marriage In India

NRI Marriage In India: भारत में एनआरआई लड़का-लड़की की शादी के लिए क्या नियम हैं? इस लेख में, हम आपको भारत में एनआरआई विवाह के लिए आवश्यक शर्तों, प्रक्रिया और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।

 क्या भारत में प्रेम विवाह एक अपराध है?

NRI Marriage In India:

भारत में एनआरआई विवाह (NRI Marriage) एक ऐसा विवाह है जिसमें पति या पत्नी दोनों में से कोई एक अथवा दोनों विदेश में बसे होते हैं। भारत में एनआरआई विवाह के लिए, विशेष विवाह अधिनियम 1954 (Marriage Act 1954) के तहत पंजीकरण (Registration) कराना होता है। इस अधिनियम के तहत, किसी भी जाति, धर्म, या राष्ट्र से जुड़े लोग आपस में शादी कर सकते हैं। इसके लिए किसी धर्म के निजी कानून की ज़रूरत नहीं होती है।

एनआरआई क्या है? (What is NRI?)

एनआरआई (NRI) का मतलब “अनिवासी भारतीय” या “नॉन रेजिडेंट इंडियन” है। यह वह व्यक्ति है जो भारतीय मूल का है, लेकिन भारत में नहीं रहता है। एनआरआई को भारतीय नागरिकता हो सकती है या नहीं भी हो सकती है।

एनआरआई को दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

  • प्रवासी भारतीय (पीआईओ)/ Non Resident Indian: 

पीआईओ वह व्यक्ति है जो भारतीय मूल का है और भारत से बाहर रहता है, लेकिन भारत में अपने परिवार का कोई सदस्य रहता है।

  • भारतीय मूल का व्यक्ति (ओसीआई)/ Person Of Indian Origin: 

ओसीआई वह व्यक्ति है जो भारतीय मूल का है और भारत से बाहर रहता है, लेकिन भारत में अपने परिवार का कोई सदस्य नहीं रहता है।

एनआरआई शादी क्या है? (What is NRI Marriage?)

एनआरआई शादी वह शादी है जो एक भारतीय और एक अनिवासी भारतीय (एनआरआई) के बीच होती है। एनआरआई शादी एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है, क्योंकि इसमें दोनों देशों के कानूनों और विनियमों का पालन करना शामिल होता है।

NRI शादी के नियम (NRI Marriage Rule)

भारत में एनआरआई लड़का-लड़की की शादी (NRI Boy-girl Marriage) के लिए निम्नलिखित शर्तें आवश्यक हैं:

  • आयु: लड़के की उम्र 21 साल और लड़की की उम्र 18 साल पूरी होनी चाहिए।
  • स्वास्थ्य: दोनों पार्टनर मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होने चाहिए।
  • भारत में निवास: यदि विवाह भारत में होना है, तो दोनों पार्टनर में से कम से कम एक को भारत में 30 दिनों से ज़्यादा रहने का सबूत होना चाहिए। यह सबूत पासपोर्ट, वीज़ा, या अन्य दस्तावेज़ों के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है।
  • पासपोर्ट: विदेशी पार्टनर का वैलिड पासपोर्ट होना चाहिए। पासपोर्ट में कम से कम 30 दिनों की वैधता होनी चाहिए।
  • जन्म प्रमाण पत्र: दोनों पार्टनर का जन्म प्रमाण पत्र होना चाहिए। जन्म प्रमाण पत्र में व्यक्ति का नाम, जन्म तिथि, और जन्म स्थान आदि विवरण होना चाहिए।

एनआरआई लड़का-लड़की भारत में कैसे शादी कर सकते हैं? (How Can Nri Boys And Girls Get Married In India?)

एनआरआई लड़का-लड़की भारत में निम्नलिखित दो तरीकों से शादी कर सकते हैं:

  • धार्मिक विवाह: 

यदि दोनों पार्टनर एक ही धर्म के हैं, तो वे अपने धर्म के अनुष्ठानों के अनुसार शादी कर सकते हैं। इस तरह की शादी को भारत में कानूनी मान्यता प्राप्त है।

  • नागरिक विवाह: 

यदि दोनों पार्टनर अलग-अलग धर्मों के हैं, या यदि वे किसी भी धर्म के अनुष्ठानों से शादी नहीं करना चाहते हैं, तो वे विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत शादी कर सकते हैं। इस अधिनियम के तहत, किसी भी जाति, धर्म, या राष्ट्र से जुड़े लोग आपस में शादी कर सकते हैं।

धार्मिक विवाह के लिए प्रक्रिया (Procedure For Religious Marriage)

धार्मिक विवाह के लिए, दोनों पार्टनर को अपने धर्म के धार्मिक नेता के सामने शादी करनी होगी। धार्मिक नेता शादी की रस्म पूरी करेगा और शादी का प्रमाण पत्र जारी करेगा।

नागरिक विवाह के लिए प्रक्रिया (Procedure For Civil Marriage)

नागरिक विवाह के लिए, दोनों पार्टनर को निम्नलिखित दस्तावेज़ों के साथ स्थानीय उप-रजिस्ट्रार कार्यालय में आवेदन करना होगा:

  • आवेदन पत्र
  • दोनों पार्टनर के पासपोर्ट की कॉपी
  • दोनों पार्टनर के जन्म प्रमाण पत्र की कॉपी
  • दोनों पार्टनर के बयान
  • गवाही देने वाले दो गवाहों के बयान

उप-रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारी आवेदन की जांच करने के बाद, यदि वह सभी शर्तों को पूरा करता है, तो वह शादी की तारीख और समय तय करेगा। शादी की तारीख और समय पर, दोनों पार्टनर और गवाह उप-रजिस्ट्रार कार्यालय में उपस्थित होंगे। उप-रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारी शादी की रस्म पूरी करेंगे और शादी का प्रमाण पत्र जारी करेंगे।

यदि दोनों पार्टनर भारत में नहीं रह रहे हैं, तो उन्हें भारत के दूतावास या वाणिज्य दूतावास से संपर्क करना चाहिए। दूतावास या वाणिज्य दूतावास उन्हें शादी के लिए आवश्यक दस्तावेज़ों और प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देगा।

एनआरआई लड़का-लड़की की शादी में बरतने वाली सावधानियां (Precautions To Be Taken In Marriage Of NRI Boy And Girl)

एनआरआई लड़का-लड़की की शादी के समय निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:

  • दोनों पार्टनर को अपने-अपने देश के कानूनों से अवगत होना चाहिए।
  • दोनों पार्टनर को शादी के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज़ों को जमा करना चाहिए।
  • शादी की रस्म पूरी करने से पहले दोनों पार्टनर को शादी की शर्तों को समझना चाहिए।

एनआरआई विवाह ब्यूरो (NRI Marriage Bureau)

एनआरआई विवाह ब्यूरो एक ऐसी संस्था है जो विदेशों में रहने वाले भारतीयों के लिए विवाह के लिए उपयुक्त साथी की तलाश में मदद करती है। ये ब्यूरो विदेशों में रहने वाले भारतीयों के लिए एक सुविधाजनक विकल्प हैं क्योंकि वे उन्हें भारत में अपने लिए उपयुक्त जीवनसाथी खोजने में मदद करते हैं।

एनआरआई विवाह ब्यूरो आमतौर पर निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करते हैं:

  • सदस्यता: 

एनआरआई विवाह ब्यूरो में सदस्यता लेने के लिए, आपको कुछ शुल्क देना पड़ता है। सदस्यता लेने के बाद, आप ब्यूरो की वेबसाइट या ऐप पर अपनी प्रोफ़ाइल बना सकते हैं।

  • मैचमेकिंग: 

एनआरआई विवाह ब्यूरो आपकी प्रोफ़ाइल की समीक्षा करते हैं और आपके लिए उपयुक्त साथी की तलाश करते हैं। वे आपको संभावित साथियों की प्रोफ़ाइल भी प्रदान करते हैं।

  • मीटिंग्स की व्यवस्था: 

एनआरआई विवाह ब्यूरो आपके और संभावित साथियों के बीच मीटिंग्स की भी व्यवस्था कर सकते हैं। ये मीटिंग्स आमतौर पर वीडियो कॉल या व्यक्तिगत रूप से होती हैं।

एनआरआई विवाह ब्यूरो के कई फायदे हैं। ये ब्यूरो आपको भारत में अपने लिए उपयुक्त जीवनसाथी खोजने में मदद करते हैं। वे आपको समय और पैसा बचाते हैं। इसके अलावा, वे आपको विभिन्न प्रकार के लोगों से मिलने का अवसर प्रदान करते हैं।

एनआरआई विवाह ब्यूरो फीस (NRI Marriage Bureau Fees)

एनआरआई विवाह ब्यूरो की फीस (Fees of NRI Marriage Bureau) आमतौर पर सदस्यता की अवधि और प्रदान की जाने वाली सेवाओं के आधार पर निर्धारित होती है। सदस्यता की अवधि आमतौर पर 90 दिनों, 180 दिनों या 365 दिनों की होती है।

कुछ लोकप्रिय एनआरआई विवाह ब्यूरो की फीस इस प्रकार हैं:

  • NRI Marriage Bureau:

      • 90-दिवसीय सदस्यता: $499
      • 180-दिवसीय सदस्यता: $699
      • 365-दिवसीय सदस्यता: $5000
  • NRI Matrimony:

      • 90-दिवसीय सदस्यता: $399
      • 180-दिवसीय सदस्यता: $599
      • 365-दिवसीय सदस्यता: $3000
  • NRI Shaadi:

      • 90-दिवसीय सदस्यता: $299
      • 180-दिवसीय सदस्यता: $499
      • 365-दिवसीय सदस्यता: $2000
  • NRI Vivaah:

      • 90-दिवसीय सदस्यता: $249
      • 180-दिवसीय सदस्यता: $399
      • 365-दिवसीय सदस्यता: $1500
  • NRI Matchmaker:

    • 90-दिवसीय सदस्यता: $199
    • 180-दिवसीय सदस्यता: $299
    • 365-दिवसीय सदस्यता: $1000

एनआरआई विवाह ब्यूरो का चयन करते समय, फीस को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि आपके लिए भुगतान करने योग्य शुल्क वाला ब्यूरो चुनें।

एनआरआई विवाह पंजीकरण (NRI Marriage Registration)

भारत में एनआरआई विवाह के लिए, विशेष विवाह अधिनियम, 1954 (Special Marriage Act, 1954) के तहत पंजीकरण कराना आवश्यक है। इस अधिनियम के तहत, किसी भी जाति, धर्म, या राष्ट्र से जुड़े लोग आपस में शादी कर सकते हैं। इसके लिए किसी धर्म के निजी कानून की ज़रूरत नहीं होती है।

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लिए, निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है:

  • नोटिस फॉर्म: दोनों पार्टनर द्वारा भरा हुआ नोटिस फॉर्म।
  • दोनों पार्टनर के पहचान पत्र: आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि।
  • दोनों पार्टनर के जन्म प्रमाण पत्र।
  • विदेशी पार्टनर के पासपोर्ट का फोटो कॉपी।

नोटिस फॉर्म को शादी से कम से कम 30 दिन पहले स्थानीय सिविल कोर्ट या रजिस्ट्रार कार्यालय में जमा करना होता है। नोटिस फॉर्म में निम्नलिखित जानकारी शामिल होनी चाहिए:

  • शादी की तारीख और समय।
  • शादी का स्थान।
  • शादी करने वाले दोनों पार्टनर के नाम, पता, और पहचान पत्र की जानकारी।

नोटिस फॉर्म जमा करने के बाद, स्थानीय सिविल कोर्ट या रजिस्ट्रार कार्यालय नोटिस को प्रकाशित करेगा। 30 दिनों के भीतर, कोई भी व्यक्ति नोटिस के खिलाफ आपत्ति दर्ज कर सकता है। यदि कोई आपत्ति दर्ज नहीं की जाती है, तो शादी को वैध माना जाता है।

शादी के बाद, दोनों पार्टनर को 30 दिनों के भीतर अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन (Marriage Registration) करवाना होता है। रजिस्ट्रेशन के लिए, निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है:

  • नोटिस फॉर्म की प्रति।
  • शादी की तस्वीरें।
  • साक्षियों के हस्ताक्षर।

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लिए शुल्क राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है।

एनआरआई विवाह पंजीकरण प्रक्रिया (NRI Marriage Registration Procedure)

भारत में, एनआरआई (अप्रवासी भारतीय) विवाह के लिए, विशेष विवाह अधिनियम, 1954 के तहत पंजीकरण कराना होता है। इस अधिनियम के तहत, किसी भी जाति, धर्म, या राष्ट्र से जुड़े लोग आपस में शादी कर सकते हैं। इसके लिए किसी धर्म के निजी कानून की ज़रूरत नहीं होती है।

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज

  • दोनों पक्षों के पासपोर्ट: 

पासपोर्ट दोनों पक्षों की पहचान और नागरिकता साबित करता है।

  • दोनों पक्षों के जन्म प्रमाण पत्र: 

जन्म प्रमाण पत्र दोनों पक्षों की आयु और जन्म स्थान साबित करता है।

  • दोनों पक्षों की जाति प्रमाण पत्र (यदि आवश्यक हो): 

जाति प्रमाण पत्र दोनों पक्षों की जाति साबित करता है।

  • दोनों पक्षों की अविवाहित होने का प्रमाण पत्र: 

अविवाहित होने का प्रमाण पत्र दोनों पक्षों की शादीशुदा नहीं होने का साक्ष्य देता है।

  • दोनों पक्षों के स्वास्थ्य प्रमाण पत्र:

स्वास्थ्य प्रमाण पत्र दोनों पक्षों के शारीरिक रूप से स्वस्थ होने का साक्ष्य देता है।

  • दोनों पक्षों के दो वयस्क गवाहों के हस्ताक्षर वाले शपथ पत्र: 

शपथ पत्र दोनों पक्षों के विवाह के बारे में सत्य जानकारी प्रदान करने का प्रमाण देता है।

  • दोनों पक्षों द्वारा भरा हुआ विवाह पंजीकरण आवेदन पत्र: 

विवाह पंजीकरण आवेदन पत्र विवाह के बारे में सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करता है।

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लिए प्रक्रिया

  1. दोनों पक्षों को अपने स्थानीय विवाह पंजीकरण कार्यालय में जाना चाहिए। विवाह पंजीकरण कार्यालय की सूची भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
  2. कार्यालय में आवश्यक दस्तावेज जमा करने चाहिए। दस्तावेजों की एक प्रति कार्यालय में जमा की जानी चाहिए और एक प्रति पक्षों को रखनी चाहिए।
  3. विवाह पंजीकरण आवेदन पत्र भरना चाहिए। आवेदन पत्र में दोनों पक्षों के नाम, पता, जन्मतिथि, जाति, धर्म, आदि जानकारी भरनी होती है।
  4. दो वयस्क गवाहों के सामने शपथ लेनी चाहिए। गवाहों को शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करने होंगे।
  5. विवाह पंजीकरण अधिकारी द्वारा विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र दोनों पक्षों को प्रदान किया जाएगा।

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लिए शुल्क

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लिए शुल्क ₹500 (सामान्य) और ₹250 (दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों के लिए) है। शुल्क का भुगतान विवाह पंजीकरण कार्यालय में नकद या बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से किया जा सकता है।

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण नोट

अप्रवासी भारतीय विवाह पंजीकरण विधेयक, 2019 के अनुसार, एनआरआई विवाह को भारत में मान्य होने के लिए, दोनों पक्षों को शादी के बाद 30 दिनों के भीतर विवाह पंजीकरण कराना होगा। यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो संबंधित पक्षों को कारावास या जुर्माना हो सकता है।

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लाभ

एनआरआई विवाह पंजीकरण के कई लाभ हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • भारत में विवाह की कानूनी मान्यता: विवाह पंजीकरण के बाद, विवाह भारत में कानूनी रूप से मान्य हो जाता है।
  • विदेशी दूतावासों और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा मान्यता: विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र विदेशी दूतावासों और शैक्षणिक संस्थानों द्वारा स्वीकार किया जाता है।
  • वित्तीय लाभ: कुछ मामलों में, विवाह पंजीकरण से वित्तीय लाभ प्राप्त हो सकते हैं, जैसे कि आयकर छूट।

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लिए सुझाव

एनआरआई विवाह पंजीकरण के लिए, निम्नलिखित सुझाव दिए जाते हैं:

  • दस्तावेजों को समय पर जमा करें। सभी आवश्यक दस्तावेजों को समय पर जमा करने से पंजीकरण प्रक्रिया में देरी से बचने में मदद मिलेगी।
  • दस्तावेजों की जांच करें। सुनिश्चित करें कि सभी दस्तावेज सही और अप-टू-डेट हैं।
  • गवाहों को सूचित करें। सुनिश्चित करें कि आपके गवाह विवाह पंजीकरण प्रक्रिया के लिए उपलब्ध होंगे।
  • शुल्क का भुगतान करें। विवाह पंजीकरण शुल्क का भुगतान करना न भूलें।

एनआरआई विवाह अधिनियम (NRI Marriage Act)

एनआरआई विवाह अधिनियम, 2019 एक भारतीय अधिनियम है जो अनिवासी भारतीय (एनआरआई) के विवाहों के पंजीकरण को अनिवार्य बनाता है। यह अधिनियम 28 अगस्त, 2019 को पारित किया गया था और 28 जनवरी, 2020 से लागू हुआ।

इस अधिनियम के तहत, प्रत्येक एनआरआई, जोकि किसी भारतीय नागरिक या किसी दूसरे एनआरआई से विवाह करता है, उसे विवाह के 30 दिनों के भीतर अपने विवाह का पंजीकरण कराना होगा। अगर वह ऐसा नहीं करता तो पासपोर्ट अथॉरिटी उसके पासपोर्ट को जब्त कर सकती है।

इस अधिनियम का उद्देश्य एनआरआई विवाहों को अधिक पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनाना है। यह अधिनियम भारतीय महिलाओं को एनआरआई पुरुषों द्वारा किए जाने वाले कपटपूर्ण विवाहों से भी बचाने में मदद करेगा।

इस अधिनियम के तहत, विवाह पंजीकरण के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:

  • विवाह प्रमाण पत्र
  • दोनों पक्षों की पहचान और आयु का प्रमाण
  • दोनों पक्षों की सहमति

विवाह पंजीकरण के लिए, एनआरआई को निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:

  1. संबंधित भारतीय दूतावास या वाणिज्य दूतावास से संपर्क करें।
  2. आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
  3. शुल्क का भुगतान करें।
  4. विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र प्राप्त करें।

विवाह पंजीकरण प्रमाण पत्र (Marriage Registration Certificate) भारत में वैध कानूनी दस्तावेज है। यह विवाह के लिए आवश्यक सभी कानूनी आवश्यकताओं को पूरा करता है।

एनआरआई विवाह मुद्दे और चुनौतियाँ (NRI Marriage Issues and Challenges)

एनआरआई विवाहों का सामना करने वाले कई मुद्दे और चुनौतियाँ हैं। इनमें शामिल हैं:

  • दूरी और अलगाव

एनआरआई विवाहों का सामना करने वाले सबसे बड़े मुद्दों में से एक दूरी और अलगाव है। एनआरआई अक्सर अपने जीवनसाथी से अलग रहते हैं क्योंकि वे अलग-अलग देशों में रहते हैं। यह दूरी और अलगाव का कारण बन सकता है, जो विवाह के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

दूरी और अलगाव से निपटने के लिए, दोनों पक्षों को नियमित रूप से संपर्क में रहना चाहिए। वे फोन, ईमेल, सोशल मीडिया या वीडियो चैट के माध्यम से एक-दूसरे से बात कर सकते हैं। उन्हें एक-दूसरे को बताना चाहिए कि वे क्या कर रहे हैं, कैसे महसूस कर रहे हैं, और क्या चाहते हैं।

दोनों पक्षों को यह भी समझना चाहिए कि दूरी और अलगाव हमेशा आसान नहीं होता है। उन्हें एक-दूसरे की भावनाओं को समझने और समर्थन देने के लिए तैयार रहना चाहिए।

  • सांस्कृतिक अंतर

एनआरआई और उनके जीवनसाथी अक्सर अलग-अलग संस्कृतियों से आते हैं। यह सांस्कृतिक अंतर का कारण बन सकता है, जो विवाह के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

सांस्कृतिक अंतर से निपटने के लिए, दोनों पक्षों को एक-दूसरे की संस्कृतियों के बारे में जानना चाहिए। उन्हें एक-दूसरे की संस्कृतियों के मूल्यों, मान्यताओं और प्रथाओं को समझने की कोशिश करनी चाहिए।

दोनों पक्षों को यह भी समझना चाहिए कि सांस्कृतिक अंतर हमेशा आसान नहीं होते हैं। उन्हें एक-दूसरे की संस्कृतियों को स्वीकार करने और सम्मान करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

  • भाषा की बाधा

एनआरआई और उनके जीवनसाथी अक्सर अलग-अलग भाषाएँ बोलते हैं। यह भाषा की बाधा का कारण बन सकता है, जो विवाह के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

भाषा की बाधा से निपटने के लिए, दोनों पक्षों को एक-दूसरे की भाषा सीखने की कोशिश करनी चाहिए। यदि दोनों पक्षों को एक-दूसरे की भाषा नहीं आती है, तो वे एक तीसरी भाषा का उपयोग कर सकते हैं।

दोनों पक्षों को यह भी समझना चाहिए कि भाषा की बाधा हमेशा आसान नहीं होती है। उन्हें एक-दूसरे के साथ संवाद करने के लिए रचनात्मक तरीके खोजने के लिए तैयार रहना चाहिए।

  • वित्तीय समस्याएं

एनआरआई अक्सर अपने जीवनसाथी को वित्तीय रूप से सहायता करते हैं। यदि एनआरआई वित्तीय रूप से परेशान हो जाता है, तो यह विवाह के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

वित्तीय समस्याओं से निपटने के लिए, दोनों पक्षों को एक-दूसरे के वित्तीय लक्ष्यों और चिंताओं के बारे में बात करनी चाहिए। उन्हें एक वित्तीय योजना बनानी चाहिए जो दोनों पक्षों के लिए काम करे।

दोनों पक्षों को यह भी समझना चाहिए कि वित्तीय समस्याएं हमेशा आसान नहीं होती हैं। उन्हें एक-दूसरे का समर्थन करने और एक साथ काम करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

  • कानूनी मुद्दे

एनआरआई विवाहों से संबंधित कई कानूनी मुद्दे हो सकते हैं। इन मुद्दों को समझना और उनका समाधान करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

कानूनी मुद्दों से निपटने के लिए, दोनों पक्षों को कानूनी सलाह लेनी चाहिए। एक वकील उन्हें विवाह के कानूनी पहलुओं को समझने और उन्हें सुरक्षित करने में मदद कर सकता है।

एनआरआई विवाह चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन वे सफल भी हो सकते हैं। दोनों पक्षों को इन चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए और एक-दूसरे के साथ काम करना चाहिए।

निष्कर्ष: 

इस लेख में, हमने आपको भारत में लड़का अथवा लड़की का एनआरआई विवाह (NRI Marriage In India) के बारे में आवश्यक जानकारी प्रदान की है। हम उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए उपयोगी होगी।

NRI Marriage In India: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्र: क्या एनआरआई भारत में शादी कर सकता है?

उत्तर: हाँ, एनआरआई भारत में शादी कर सकता है। भारत में एनआरआई विवाह के लिए विशेष विवाह अधिनियम 1954 के तहत पंजीकरण आवश्यक है। इस अधिनियम के तहत, किसी भी जाति, धर्म, या राष्ट्र से जुड़े लोग आपस में शादी कर सकते हैं। इसके लिए किसी धर्म के निजी कानून की ज़रूरत नहीं होती है।

प्रश्र: भारत में एनआरआई विवाह के लिए क्या नियम हैं?

उत्तर: भारत में एनआरआई विवाह के लिए निम्नलिखित नियम हैं:

  • दोनों पार्टनर की आयु 21 वर्ष और 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • दोनों पार्टनर मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ होने चाहिए।
  • भारत में 30 दिनों से अधिक रहने का सबूत होना चाहिए।
  • विदेशी पार्टनर का वैध पासपोर्ट होना चाहिए।
  • कपल का बर्थ सर्टिफ़िकेट होना चाहिए।

प्रश्र: क्या मैं दूसरे राज्य में कोर्ट मैरिज कर सकती हूं?

उत्तर: हाँ, आप दूसरे राज्य में कोर्ट मैरिज कर सकती हैं। भारत में कोर्ट मैरिज के लिए कोई क्षेत्रीय सीमा नहीं है। आप किसी भी राज्य में कोर्ट मैरिज के लिए आवेदन कर सकती हैं।

प्रश्र: भारतीय कानून के अनुसार एनआरआई कौन है?

उत्तर: भारतीय कानून के अनुसार, एनआरआई (NRI) का अर्थ है “नॉन रेजिडेंट इंडियन”। एनआरआई वह भारतीय नागरिक है जो भारत में स्थायी रूप से नहीं रहता है। एनआरआई भारत के बाहर रहता है और भारत में उसका कोई स्थायी निवास नहीं होता है।

प्रश्र: मैं भारत में अपने विदेशी विवाह को कैसे पंजीकृत कर सकता हूं?

उत्तर: भारत में अपने विदेशी विवाह को पंजीकृत करने के लिए, आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:

  • दोनों पार्टनर के बर्थ सर्टिफ़िकेट
  • दोनों पार्टनर के पासपोर्ट
  • भारत में 30 दिनों से अधिक रहने का सबूत
  • विदेशी पार्टनर का वैध पासपोर्ट
  • विवाह प्रमाणपत्र

इन दस्तावेज़ों को अपने स्थानीय विवाह पंजीकरण अधिकारी के पास जमा करें। विवाह पंजीकरण अधिकारी आपके दस्तावेज़ों की जांच करेगा और यदि सभी दस्तावेज़ सही हैं, तो वह आपके विवाह को पंजीकृत कर देगा।

प्रश्र: मैं विदेश से भारत में अपना विवाह कैसे पंजीकृत कर सकता हूं?

उत्तर: विदेश से भारत में अपना विवाह पंजीकृत करने के लिए, आपको अपने दस्तावेज़ों को स्थानीय भारतीय दूतावास या वाणिज्य दूतावास के पास जमा करें। भारतीय दूतावास या वाणिज्य दूतावास आपके दस्तावेज़ों की जांच करेगा और यदि सभी दस्तावेज़ सही हैं, तो वह आपके विवाह को पंजीकृत कर देगा।

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