Benefits of Arrange Marriage In India: अरेंज मैरिज के फ़ायदे और नुकसान?

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Benefits of Arrange Marriage In Indi

Benefits of Arrange Marriage In India: अरेंज मैरिज के फायदे और नुकसान क्या हैं? इस लेख में, हम अरेंज मैरिज के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं, जिसमें इसके फायदे, नुकसान, सफल बनाने के टिप्स और बहुत कुछ शामिल हैं।

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Benefits of Arrange Marriage In India:

भारत में, शादी को एक महत्वपूर्ण सामाजिक संस्था माना जाता है। शादी के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से अरेंज मैरिज (Arrange Marriage) सबसे आम है। अरेंज मैरिज में, परिवार और रिश्तेदार जोड़े की पसंद में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस लेख में, हम अरेंज मैरिज के फायदे और नुकसान पर चर्चा करेंगे। हम अरेंज मैरिज को सफल बनाने के लिए कुछ टिप्स भी प्रदान करेंगे।

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Arrange Marriage In Hindi

अरेंज मैरिज का मतलब (Meaning of Arrange Marriage)

अरेंज मैरिज, जिसे व्यवस्थित विवाह भी कहा जाता है, एक प्रकार का विवाह है जिसमें दूल्हे और दुल्हन का चयन मुख्य रूप से जोड़े के अलावा अन्य व्यक्तियों द्वारा किया जाता है। यह चयन अक्सर परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, या विवाह सम्मेलन आयोजकों द्वारा किया जाता है।

अरेंज मैरिज के फायदे (Arrange Marriage ke Fayde/ Arrange Marriage Benefits) 

  1. सामाजिक स्वीकृति:

  • परिवार और समाज का समर्थन: अरेंज मैरिज में परिवार और समाज का पूरा समर्थन मिलता है। वे शादी की तैयारी, रिश्ते को मजबूत बनाने और मुश्किल समय में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • सुरक्षा और स्थिरता: सामाजिक स्वीकृति रिश्ते में सुरक्षा और स्थिरता की भावना प्रदान करती है।
  • समाजिक दबाव: सामाजिक दबाव पति-पत्नी को रिश्ते को बचाने के लिए प्रेरित करता है।
  • समारोह और उत्सव: अरेंज मैरिज में कई सामाजिक रीति-रिवाज, समारोह और उत्सव होते हैं जो रिश्ते में खुशी और उत्साह लाते हैं।
  1. पारिवारिक समर्थन:

  • शादी की तैयारी: परिवार और रिश्तेदार शादी की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे आर्थिक सहायता, भावनात्मक समर्थन, और रिश्ते के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था में मदद करते हैं।
  • आर्थिक सहायता: परिवार और रिश्तेदार आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं, खासकर शुरुआती वर्षों में जब पति-पत्नी अपना जीवन स्थापित कर रहे होते हैं।
  • भावनात्मक समर्थन: परिवार और रिश्तेदार भावनात्मक समर्थन प्रदान करते हैं, खासकर मुश्किल समय में। वे पति-पत्नी को एक-दूसरे को समझने और रिश्ते में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करते हैं।
  • बच्चों की देखभाल: परिवार और रिश्तेदार बच्चों की देखभाल में मदद करते हैं, जिससे पति-पत्नी अपने करियर और अन्य जिम्मेदारियों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
  • घरेलू कामों में मदद: परिवार और रिश्तेदार घरेलू कामों में मदद करते हैं, जिससे पति-पत्नी के लिए रिश्ते और परिवार के लिए समय निकालना आसान हो जाता है।
  • संघर्षों को सुलझाने में मदद: परिवार और रिश्तेदार पति-पत्नी के बीच संघर्षों को सुलझाने में मदद करते हैं, उन्हें एक-दूसरे को समझने और रिश्ते में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करते हैं।
  1. समझदारी और धैर्य:

  • धीरे-धीरे रिश्ते को विकसित करने का समय: अरेंज मैरिज में पति-पत्नी को एक-दूसरे को धीरे-धीरे जानने और समझने का समय मिलता है।
  • धैर्य रखने का अवसर: रिश्ते में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए पति-पत्नी धैर्य रखना सीखते हैं।
  • समय के साथ प्यार और विश्वास का विकास: धीरे-धीरे प्यार और विश्वास विकसित होता है, जो रिश्ते को मजबूत बनाता है।
  • बेहतर संवाद और समझ: पति-पत्नी एक-दूसरे के साथ बेहतर संवाद और समझ विकसित करते हैं, जो रिश्ते में तालमेल और खुशी को बढ़ाता है।
  1. सामाजिक और आर्थिक तालमेल:

  • समान सामाजिक पृष्ठभूमि: समान सामाजिक पृष्ठभूमि वाले पति-पत्नी समान मूल्यों, परंपराओं और जीवन शैली को साझा करते हैं।
  • समान आर्थिक पृष्ठभूमि: समान आर्थिक पृष्ठभूमि वाले पति-पत्नी आर्थिक लक्ष्यों को एक साथ प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।
  • सामाजिक और आर्थिक तालमेल रिश्ते में विश्वास और सहयोग को बढ़ाता है: समान सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमि वाले पति-पत्नी के बीच तालमेल बिठाने में मदद करता है।
  1. कम तलाक दर:

  • सामाजिक दबाव: सामाजिक दबाव पति-पत्नी को रिश्ते को बचाने के लिए प्रेरित करता है।
  • पारिवारिक समर्थन: परिवार और रिश्तेदार रिश्ते को मजबूत बनाने और मुश्किल समय में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • धैर्य और समझ: पति-पत्नी रिश्ते में निवेश करने और इसे काम करने के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित होते हैं।
  • कम तलाक दर से परिवार और समाज में स्थिरता और सुरक्षा की भावना बढ़ती है।
  1. परंपराओं का पालन:

  • अरेंज मैरिज भारतीय परंपराओं और मूल्यों का पालन करने का एक तरीका है।
  • यह परिवार और समाज को एकजुट रखने में मदद करता है।
  • यह युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से परिचित कराने का एक तरीका है।
  1. सामाजिक दबाव:

  • सामाजिक दबाव पति-पत्नी को रिश्ते को बचाने के लिए प्रेरित करता है।
  • यह उन्हें रिश्ते में अपना योगदान देने और इसे सफल बनाने के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करता है।
  • यह उन्हें रिश्ते में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है।
  1. रिश्ते में स्थिरता:

  • अरेंज मैरिज में रिश्ते में स्थिरता और सुरक्षा की भावना होती है।
  • यह पति-पत्नी को एक-दूसरे पर भरोसा करने और भविष्य के लिए योजना बनाने में मदद करता है।
  • यह बच्चों को एक सुरक्षित और स्थिर वातावरण प्रदान करता है।
  1. परिवार का विस्तार:

  • अरेंज मैरिज से परिवार का विस्तार होता है और नए रिश्ते बनते हैं।
  • यह पति-पत्नी को नए लोगों से मिलने और सामाजिक दायरा बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है।
  • यह बच्चों को एक बड़ा परिवार और कई रिश्तेदार प्रदान करता है।
  1. बच्चों के लिए बेहतर:

  • अरेंज मैरिज से बच्चों को एक सुरक्षित और स्थिर वातावरण मिलता है।
  • उन्हें दो माता-पिता का प्यार और समर्थन मिलता है।
  • उन्हें एक बड़ा परिवार और कई रिश्तेदार मिलते हैं।
  • अध्ययनों से पता चला है कि अरेंज मैरिज से बच्चों का मानसिक और सामाजिक विकास बेहतर होता है।

अरेंज मैरिज के नुकसान (Arrange Marriage ke Nuksan/ Disadvantages of Arranged Marriage)

जहाँ अरेंज मैरिज के फायदे कई हैं, वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं।

  1. प्यार की कमी:

  • शुरुआती प्यार की कमी: अरेंज मैरिज में हमेशा प्यार की शुरुआत नहीं होती। पति-पत्नी शादी के बाद प्यार विकसित करने की कोशिश करते हैं, जो हमेशा सफल नहीं होता।
  • प्यार विकसित करने में समय: प्यार विकसित करने में समय लग सकता है, और यह धैर्य और प्रयास की मांग करता है। यदि पति-पत्नी प्यार विकसित करने में असमर्थ होते हैं, तो रिश्ते में तनाव, असंतोष और अकेलापन पैदा हो सकता है।
  • दुखी वैवाहिक जीवन: प्यार की कमी से पति-पत्नी दुखी और निराश महसूस कर सकते हैं। वे अपनी शादी में फंसे हुए महसूस कर सकते हैं, और इससे रिश्ते में तनाव और संघर्ष बढ़ सकता है।
  1. व्यक्तिगत पसंद की अनदेखी:

  • पसंद का अभाव: अरेंज मैरिज में व्यक्तिगत पसंद और इच्छाओं को अक्सर अनदेखा किया जाता है। परिवार और रिश्तेदार अपनी पसंद के आधार पर जीवनसाथी का चुनाव करते हैं, जो व्यक्ति के लिए निराशाजनक हो सकता है।
  • असंतुष्टि और पछतावा: यदि व्यक्ति अपनी पसंद का जीवनसाथी नहीं चुन पाता है, तो उसे असंतुष्टि और पछतावा महसूस हो सकता है। यह भावना रिश्ते में तनाव और नकारात्मकता पैदा कर सकती है।
  • आत्म-सम्मान में कमी: अपनी पसंद का जीवनसाथी नहीं चुन पाने से व्यक्ति का आत्म-सम्मान कम हो सकता है।
  1. समायोजन में कठिनाई:

  • दो अलग-अलग जीवनशैली: अरेंज मैरिज में दो अलग-अलग व्यक्तियों को एक-दूसरे के साथ तालमेल बिठाने में कठिनाई हो सकती है। उन्हें अपनी आदतों, विचारों, जीवन शैली और मूल्यों में बदलाव लाना पड़ सकता है, जो आसान नहीं होता।
  • संघर्ष और तनाव: समायोजन में कठिनाई से रिश्ते में संघर्ष और तनाव बढ़ सकता है। पति-पत्नी एक-दूसरे को समझने में असमर्थ हो सकते हैं, और इससे रिश्ते में दूरी और नकारात्मकता पैदा हो सकती है।
  • अनुकूलन में विफलता: यदि पति-पत्नी एक-दूसरे के साथ तालमेल बिठाने में असफल होते हैं, तो यह रिश्ते में तलाक का कारण भी बन सकता है।
  1. घरेलू हिंसा:

  • अधिक जोखिम: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि अरेंज मैरिज में घरेलू हिंसा का खतरा बढ़ जाता है। सामाजिक दबाव, अपेक्षाओं का बोझ, तालमेल की कमी और आर्थिक निर्भरता घरेलू हिंसा का कारण बन सकती है।
  • महिलाओं और बच्चों पर प्रभाव: घरेलू हिंसा का महिलाओं और बच्चों पर गंभीर और स्थायी प्रभाव पड़ सकता है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य, आत्म-सम्मान और जीवन की गुणवत्ता को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।
  • सुरक्षा और सहायता: घरेलू हिंसा का सामना करने वाली महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा और सहायता प्रदान करना महत्वपूर्ण है।
  1. तलाक:

  • तलाक दर: अरेंज मैरिज में तलाक दर लव मैरिज से कम होती है, लेकिन यह असंभव नहीं है। तालमेल की कमी, प्यार की कमी, घरेलू हिंसा, और अन्य समस्याएं तलाक का कारण बन सकती हैं।
  • नकारात्मक प्रभाव: तलाक का परिवार, बच्चों और सामाजिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। 
  1. सामाजिक दबाव:

  • अत्यधिक अपेक्षाएं: अरेंज मैरिज में परिवार और समाज से अत्यधिक अपेक्षाएं होती हैं। पति-पत्नी पर तुरंत बच्चे पैदा करने, परिवार को खुश रखने और सामाजिक मानदंडों का पालन करने का दबाव होता है।
  • असफलता का डर: सामाजिक दबाव के कारण पति-पत्नी पर असफलता का डर होता है। यदि वे रिश्ते को सफल नहीं बना पाते हैं, तो उन्हें समाज और परिवार से आलोचना और शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है।
  • मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: सामाजिक दबाव का पति-पत्नी के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यह चिंता, अवसाद और तनाव का कारण बन सकता है।
  1. मानसिक स्वास्थ्य:

  • अनिश्चितता और तनाव: अरेंज मैरिज में अनिश्चितता और तनाव का स्तर अधिक हो सकता है। पति-पत्नी को एक-दूसरे को जानने, तालमेल बिठाने और रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए लगातार प्रयास करने की आवश्यकता होती है।
  • असुरक्षा और आत्म-संदेह: अरेंज मैरिज में पति-पत्नी असुरक्षित और आत्म-संदेह महसूस कर सकते हैं। उन्हें लगातार यह सोचने की चिंता हो सकती है कि क्या वे अपने जीवनसाथी के लिए पर्याप्त हैं, क्या वे रिश्ते को सफल बना पाएंगे, और क्या वे समाज और परिवार की अपेक्षाओं को पूरा कर पाएंगे।
  • मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: यदि पति-पत्नी इन चुनौतियों का सामना करने में असमर्थ होते हैं, तो वे चिंता, अवसाद, PTSD, और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का अनुभव कर सकते हैं।
  1. आर्थिक समस्याएं:

  • असमान आर्थिक स्थिति: यदि पति-पत्नी की आर्थिक स्थिति समान नहीं है, तो यह रिश्ते में तनाव पैदा कर सकता है।
  • आर्थिक निर्भरता: यदि एक पति-पत्नी दूसरे पर आर्थिक रूप से निर्भर है, तो यह उनके आत्मसम्मान और स्वतंत्रता को कम कर सकता है।
  • आर्थिक दबाव: परिवार और बच्चों की देखभाल के लिए आर्थिक दबाव रिश्ते में तनाव पैदा कर सकता है।
  1. बच्चों पर प्रभाव:

  • अस्थिर वातावरण: यदि पति-पत्नी के बीच तालमेल नहीं है, तो यह बच्चों के लिए एक अस्थिर और असुरक्षित वातावरण पैदा कर सकता है।
  • भावनात्मक समस्याएं: बच्चों को भावनात्मक समस्याएं जैसे चिंता, अवसाद, और आत्म-सम्मान में कमी हो सकती हैं।
  • सामाजिक समस्याएं: बच्चों को सामाजिक समस्याएं जैसे कि दोस्त बनाने में कठिनाई, स्कूल में ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, और सामाजिक रूप से अलग-थलग महसूस करना हो सकता है।

लव मैरिज और अरेंज मैरिज में अंतर (Difference Between Love Marriage and Arranged Marriage)

लव मैरिज (Love Marriage):

  • प्यार का आधार: लव मैरिज में, जोड़े एक दूसरे से प्यार करते हैं और अपनी मर्जी से शादी करते हैं।
  • स्वतंत्रता: जोड़े अपनी पसंद और इच्छा के अनुसार शादी करते हैं।
  • जोखिम: कम जोखिम, क्योंकि जोड़े एक दूसरे को जानते हैं।
  • सामाजिक स्वीकृति: कुछ मामलों में सामाजिक स्वीकृति कम।
  • तलाक का खतरा: कम।

अरेंज मैरिज (Arranged Marriage):

  • परिवार की भूमिका: परिवार और रिश्तेदार जोड़े की पसंद में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
  • प्यार: शादी का आधार नहीं भी हो सकता।
  • सामाजिक स्वीकृति: अधिक सामाजिक स्वीकृति।
  • जोखिम: अधिक जोखिम, क्योंकि जोड़े एक दूसरे को नहीं जानते हैं।
  • तलाक का खतरा: अधिक।

अरेंज मैरिज कैसे होती है? Arranged Marriage Kaise Hoti Hai?

अरेंज मैरिज की प्रक्रिया (Arrange Marriage Process) अलग-अलग परिवारों और संस्कृतियों में भिन्न हो सकती है, लेकिन कुछ सामान्य चरण हैं:

  1. रिश्तेदारों की तलाश: परिवार और रिश्तेदार दूल्हे और दुल्हन के लिए संभावित जीवनसाथी की तलाश करते हैं। वे अपनी सामाजिक नेटवर्क, विवाह सम्मेलनों, या ऑनलाइन मैट्रिमोनियल वेबसाइटों का उपयोग कर सकते हैं।
  2. मिलना: संभावित जीवनसाथी एक दूसरे से मिलते हैं और बातचीत करते हैं। यह एक अनौपचारिक मुलाकात या औपचारिक समारोह हो सकता है।
  3. परिचय: परिवारों का परिचय होता है और वे शादी की संभावना पर चर्चा करते हैं।
  4. कुंडली मिलान: कुछ परिवारों में, कुंडली मिलान करवाया जाता है, जो ज्योतिषीय गणनाओं पर आधारित होता है।
  5. सगाई: यदि सभी सहमत हैं, तो सगाई समारोह आयोजित किया जाता है।
  6. शादी की तैयारी: शादी की तारीख तय होती है और परिवार शादी की तैयारी शुरू करते हैं।
  7. शादी: शादी समारोह आयोजित किया जाता है, जिसमें विभिन्न रीति-रिवाज और अनुष्ठान शामिल होते हैं।
  8. हनीमून: शादी के बाद, जोड़े हनीमून पर जाते हैं।

अरेंज मैरिज सफल बनाने के लिए टिप्स (Tips for Success of Arranged Marriage)

  • शादी करने से पहले अपने पार्टनर को अच्छी तरह से जान लें।
  • शादी के बाद एक दूसरे के साथ तालमेल बिठाने के लिए प्रयास करें।
  • प्यार और विश्वास का रिश्ता बनाएं।
  • परिवार और समाज से होने वाले दबाव और अपेक्षाओं को संभालना सीखें।
  • यदि आपको रिश्ते में कोई समस्या है, तो किसी काउंसलर या थेरेपिस्ट की मदद लें।

अरेंज मैरिज में प्यार कैसे विकसित करें? (How to Develop Love in an Arranged Marriage)

  • शादी के बाद एक दूसरे को जानने और समझने के लिए समय दें।
  • एक दूसरे के साथ खुले और ईमानदार रहें।
  • एक दूसरे के प्रति सम्मान और विश्वास रखें।
  • एक दूसरे के साथ समय बिताएं और रोमांटिक गतिविधियों में शामिल हों।
  • एक दूसरे की भावनाओं और जरूरतों का ध्यान रखें।

निष्कर्ष: 

अरेंज मैरिज के फायदे और नुकसान (Benefits of Arrange Marriage In India) दोनों हैं। यह व्यक्तिगत पसंद, परिस्थितियों और परिवार के समर्थन पर निर्भर करता है कि अरेंज मैरिज सफल होगी या नहीं। यह ज़रूरी है कि शादी का फैसला सोच-समझकर और सभी पहलुओं पर विचार करके लिया जाए, चाहे वो अरेंज मैरिज हो या लव मैरिज

इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप शादी करने से पहले अपने पार्टनर को अच्छी तरह से जान लें और उसके साथ तालमेल बिठाने के लिए प्रयास करें।

Benefits of Arrange Marriage In India: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्र: अरेंज मैरिज को हिंदी में क्या कहेंगे?

उत्तर:

  • व्यवस्थित विवाह
  • प्रबंधित विवाह
  • सम्मेलन विवाह
  • सामाजिक विवाह

प्रश्र: लव मैरिज और अरेंज मैरिज में क्या अंतर है?

उत्तर:

पहलू लव मैरिज अरेंज मैरिज
प्यार का आधार हाँ नहीं भी
पसंद जोड़े अपनी पसंद से शादी करते हैं परिवार और रिश्तेदारों की पसंद
स्वतंत्रता अधिक कम
जोखिम कम अधिक
सामाजिक स्वीकृति कम अधिक
तलाक का खतरा कम अधिक

प्रश्र: अरेंज मैरिज कैसे होता है?

उत्तर:

  1. रिश्तेदारों की तलाश
  2. मिलना
  3. परिचय
  4. कुंडली मिलान
  5. सगाई
  6. शादी की तैयारी
  7. शादी
  8. हनीमून

प्रश्र: क्या अरेंज मैरिज वास्तव में काम करती है?

उत्तर: हाँ, अरेंज मैरिज भी सफल हो सकती है। प्यार, समझ, सम्मान और समर्पण के साथ, अरेंज मैरिज भी खुशहाल और सफल हो सकती है।

प्रश्र: अरेंज का मतलब क्या होता है?

उत्तर: व्यवस्थित, प्रबंधित, योजनाबद्ध

प्रश्र: भारत में अरेंज मैरिज क्यों आम है?

उत्तर:

  • सामाजिक-सांस्कृतिक मानदंड
  • पारिवारिक मूल्य
  • धार्मिक विश्वास
  • सामाजिक सुरक्षा

प्रश्र: कौन सी शादी ज्यादा सफल होती है?

उत्तर: यह कहना मुश्किल है कि कौन सी शादी ज्यादा सफल होती है। लव मैरिज और अरेंज मैरिज दोनों में सफलता और असफलता की संभावनाएं होती हैं।

प्रश्र: अरेंज मैरिज सबसे ज्यादा कहां होती है?

उत्तर: दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व, और कुछ अफ्रीकी देशों में अरेंज मैरिज आम है।

प्रश्र: सबसे ज्यादा अरेंज मैरिज किस देश में होती है?

उत्तर: भारत में सबसे ज्यादा अरेंज मैरिज होती हैं।

प्रश्र: अरेंज मैरिज में प्रेम कैसे विकसित होता है?

उत्तर:

  • समय और धैर्य के साथ
  • एक दूसरे को जानने और समझने के प्रयास से
  • प्यार और स्नेह दिखाने से
  • एक दूसरे का सम्मान और समर्थन करने से

प्रश्र: अरेंज मैरिज के तीन प्रकार कौन से हैं?

उत्तर:

  1. पारिवारिक: परिवार और रिश्तेदारों द्वारा तय
  2. सामाजिक: सामाजिक सम्मेलनों या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से तय
  3. अर्ध-व्यवस्थित: जोड़े खुद मिलते हैं, लेकिन परिवारों की सहमति आवश्यक

प्रश्र: अरेंज मैरिज क्यों अच्छी होती है?

उत्तर:

  • सामाजिक-सांस्कृतिक मानदंडों के अनुरूप
  • पारिवारिक समर्थन
  • सामाजिक सुरक्षा
  • दीर्घकालिक संबंधों की संभावना

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