Vivah Mantra: विवाह में देरी हो रही है तो क्या करें?

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Vivah Mantra

Vivah Mantra: “विवाह हर किसी के जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। विवाह में देरी से उबरने के लिए आध्यात्मिक मार्गदर्शन। जानिए विवाह मंत्रों का उच्चारण और आध्यात्मिक सुझाव जो आपके जीवन को सामंजस्यपूर्ण बना सकते हैं।”

Vivah Mantra: विवाह हर किसी के जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि विवाह में देरी (Delay In Marriage) हो जाती है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि ग्रहों की स्थिति, व्यक्ति के स्वभाव, या फिर परिवार की परिस्थितियाँ।

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विवाह में देरी के कारण (Reasons For Delay In Marriage)

ज्योतिषी के अनुसार, विवाह में देरी होने के कई कारण हो सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:

  • कुंडली में विवाह योग का न होना (Absence of Marriage Yog in Kundali): 

ज्योतिष में विवाह योग (Vivah Yog) को लग्न, शुक्र, सप्तम भाव और सप्तमेश के आधार पर देखा जाता है। यदि इनमें से किसी एक में भी दोष हो, तो विवाह में देरी हो सकती है।

  • शनि, मंगल या राहु का कुंडली में अशुभ प्रभाव (Inauspicious Effect Of Saturn, Mars or Rahu in Kundali):

शनि, मंगल और राहु को क्रूर ग्रह माना जाता है। यदि इन ग्रहों का कुंडली में अशुभ प्रभाव (Ashubh Effects In Kundali) हो, तो विवाह में देरी हो सकती है।

  • मांगलिक दोष होना (Having Manglik Dosh):

मांगलिक दोष एक प्रकार का दोष होता है जो जन्म कुंडली में मंगल (Mars in Janam Kundali) के कारण होता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मांगलिक दोष (Manglik Dosha In Kundali) हो, तो उसे विवाह के लिए विशेष उपाय करने होते हैं।

  • व्यक्ति की रुचि या इच्छा में कमी (A Person’s Lack Of Interest Or Desire):

यदि किसी व्यक्ति में विवाह की रुचि या इच्छा कम हो, तो भी विवाह में देरी हो सकती है।

  • परिवार की आर्थिक स्थिति Family Financial Condition):

यदि परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो, तो विवाह में देरी हो सकती है।

  • व्यक्ति का खुद का व्यवहार या स्वभाव (The Person’s Own Behavior Or Nature):

यदि व्यक्ति का व्यवहार या स्वभाव विवाह के अनुकूल नहीं हो, तो भी विवाह में देरी हो सकती है।

शादी में देरी के लिए ज्योतिषीय उपाय (Astrological Remedies for Delay in Marriage)

  • ज्योतिषी से परामर्श (Consult The Jyotish): 

सबसे पहले, व्यक्ति को किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श करना चाहिए। ज्योतिषी कुंडली (Jyotish Kundali) का विश्लेषण करके विवाह में देरी के कारणों का पता लगा सकता है और उसके लिए उचित उपाय बता सकता है।

  • गुरूवार के दिन व्रत रखना (Fast On Thursday):

गुरुवार को भगवान विष्णु और गुरु ग्रह का दिन माना जाता है। गुरु ग्रह विवाह (Jupiter Planet Marriage) का कारक होता है। इसलिए, गुरुवार के दिन व्रत रखना और भगवान विष्णु की पूजा करना शुभ माना जाता है।

  • पारद शिवलिंग की पूजा करना (Worshiping Parad Shivling):

पारद शिवलिंग भगवान शिव और माता पार्वती का प्रतीक है। इसकी पूजा करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।

  • गौरी शंकर की पूजा करना (Worshiping Gauri Shankar):

गौरी शंकर की पूजा भी विवाह में देरी को दूर करने के लिए एक अच्छा उपाय है।

  • हनुमान जी की पूजा करना (Worshiping Hanuman Ji): 

हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है। उनकी पूजा करने से सभी बाधाएं दूर होती हैं।

  • दुर्गा सप्तशती का पाठ करना (Durga Saptashati Paath):

दुर्गा सप्तशती एक शक्तिशाली स्त्रोत है। इसका पाठ करने से सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं।

  • मां कात्यायनी की पूजा करना (Worshiping Mother Katyayani):

मां कात्यायनी को विवाह की देवी माना जाता है। उनकी पूजा करने से विवाह में देरी दूर होती है।

इन उपायों के अलावा, व्यक्ति को अपनी रुचि और इच्छा को भी जागृत करना चाहिए। उसे अपने लिए योग्य वर या वधू की तलाश करनी चाहिए। साथ ही, उसे अपने व्यवहार और स्वभाव में सुधार करने का प्रयास करना चाहिए।

Early Marriage Mantra

शीघ्र विवाह मंत्र (Early Marriage Mantra)

कुछ कारणों को दूर करने के लिए शीघ्र विवाह के मंत्रों का जाप (Chanting Mantras For Early Marriage) करना एक कारगर उपाय माना जाता है। यहां कुछ शीघ्र विवाह के मंत्र (Mantra For Early Marriage) दिए गए हैं:

  • पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणिम्। तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम।।

मंत्र का अर्थ:

हे भगवान, मुझे ऐसा पति या पत्नी प्रदान कीजिए जो मनोहर हो और मेरे मनोवृत्तियों के अनुरूप हो। वह मेरी रक्षा करें और मुझे इस संसार सागर से पार लगा दें।

यह मंत्र दुर्गा सप्तशती का है। इस मंत्र का जाप मंगलवार या शुक्रवार के दिन 11 बार करना चाहिए।

  • ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः।

मंत्र का अर्थ:

हे भगवान विष्णु, मुझे अपनी कृपा से मनचाहा पति या पत्नी प्रदान कीजिए।

यह मंत्र भगवान विष्णु का है। इस मंत्र का जाप बुधवार या रविवार के दिन 11 बार करना चाहिए।

  • ॐ विष्णवे नमः।

मंत्र का अर्थ:

हे भगवान विष्णु, मैं आपका नमस्कार करता हूं।

यह मंत्र भी भगवान विष्णु का है। इस मंत्र का जाप किसी भी दिन 11 बार करना चाहिए।

  • ॐ गणेशाय नमः।

मंत्र का अर्थ:

हे भगवान गणेश, मैं आपका नमस्कार करता हूं।

यह मंत्र भगवान गणेश का है। इस मंत्र का जाप किसी भी दिन 11 बार करना चाहिए।

>> मंत्रों का जाप करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • मंत्रों का जाप किसी पवित्र स्थान पर करना चाहिए।
  • मंत्रों का जाप करते समय मन को शांत रखना चाहिए।
  • मंत्रों का जाप नियमित रूप से करना चाहिए।

इन मंत्रों का जाप करने से कुंडली के दोष (Kundli Dosh)  दूर होते हैं और विवाह में आ रही बाधाएं (Obstacles In Marriage) दूर होती हैं।

Early Marriage Mantra

विवाह में देरी होने पर व्यक्ति को क्या करना चाहिए (What Should A Person Do If There Is A Delay in Marriage?)

  • धैर्य रखें: विवाह एक महत्वपूर्ण संस्कार है। यह जीवन की एक नई शुरुआत है। इसलिए, विवाह में देरी होने पर व्यक्ति को धैर्य रखना चाहिए।
  • उचित उपाय करें: ज्योतिषी के बताए गए उपायों को करने से विवाह में देरी दूर हो सकती है।
  • अपनी रुचि और इच्छा को जागृत करें: व्यक्ति को अपनी रुचि और इच्छा को भी जागृत करना चाहिए। उसे अपने लिए योग्य वर या वधू की तलाश करनी चाहिए।
  • अपने व्यवहार और स्वभाव में सुधार करें: व्यक्ति को अपने व्यवहार और स्वभाव में सुधार करने का प्रयास करना चाहिए। उसे दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए और अपने स्वभाव को सौम्य बनाना चाहिए।

निष्कर्ष:

विवाह एक महत्वपूर्ण संस्कार है। यह जीवन की एक नई शुरुआत है। इसलिए, आध्यात्मिक मार्गदर्शन के साथ विवाह में देरी को कम करना महत्वपूर्ण है। विवाह मंत्रों का नियमित जाप करके, आप अपने जीवन संगी के साथ सामंजस्यपूर्ण और सुखद विवाह की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।

Vivah Mantra: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्र: शादी में देरी हो रही हो तो क्या करें?

उत्तर: अगर आपकी शादी में देरी हो रही है, तो आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए:

  • एक योग्य ज्योतिषी से सलाह लें और अपने कुंडली का अध्ययन करवाएं। 
  • शीघ्र विवाह के लिए मंत्रों का जाप करें। 
  • शीघ्र विवाह के लिए पूजा-पाठ करें। 
  • जरूरतमंद लोगों को दान-पुण्य करें। 

प्रश्र: जल्दी विवाह के लिए क्या करना चाहिए?

उत्तर: जल्दी विवाह के लिए आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए:

  • अपने व्यक्तित्व और व्यवहार में सुधार करें।
  • अपने करियर में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रयास करें।
  • विवाह के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण रखें।

प्रश्र: विवाह में देरी के क्या कारण होते हैं?

उत्तर: विवाह में देरी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:

  • कुंडली में मांगलिक दोष
  • बृहस्पति और शुक्र ग्रह की खराब स्थिति
  • सप्तमेश का बलहीन होना
  • नवांश कुंडली में दोष

प्रश्र: शीघ्र विवाह के लिए कौन सा पाठ करें?

उत्तर: शीघ्र विवाह के लिए निम्नलिखित पाठों का पाठ किया जा सकता है:

  • दुर्गा सप्तशती
  • श्रीमद्भागवत
  • श्रीमद्भगवद्गीता
  • शिव पुराण
  • विष्णु पुराण

प्रश्र: विवाह में देरी के लिए किस भगवान की पूजा करनी चाहिए?

उत्तर: विवाह में देरी के लिए निम्नलिखित भगवानों की पूजा की जा सकती है:

  • भगवान गणेश
  • भगवान विष्णु
  • भगवान शिव
  • हनुमान जी
  • माता दुर्गा

प्रश्र: कौन सा ग्रह विवाह में देरी करता है?

उत्तर: विवाह में देरी करने वाला मुख्य ग्रह मंगल है। मंगल को मांगलिक दोष का कारक माना जाता है। अगर कुंडली में मंगल की स्थिति खराब है, तो विवाह में देरी हो सकती है।

प्रश्र: मांगलिक की शादी कब होती है?

उत्तर: मांगलिक की शादी आमतौर पर 16 साल की उम्र के बाद होती है। हालांकि, अगर कुंडली में मंगल की स्थिति बहुत खराब नहीं है, तो शादी 18 साल की उम्र के बाद भी हो सकती है।

प्रश्र: ज्योतिष में देर से विवाह का उपाय क्या है?

उत्तर: ज्योतिष में देर से विवाह के लिए कई उपाय बताए गए हैं, जैसे:

  • शीघ्र विवाह के लिए मंत्रों का जाप करना
  • शीघ्र विवाह के लिए पूजा-पाठ करना
  • जरूरतमंद लोगों को दान-पुण्य करना
  • कुंडली में मंगल दोष को दूर करने के लिए उपाय करना

प्रश्र: जल्दी विवाह के लिए कौन सा मंत्र अच्छा है?

उत्तर: शीघ्र विवाह के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप किया जा सकता है:

  • पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणिम्। तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम।।
  • ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं नमः।
  • ॐ विष्णवे नमः।
  • ॐ गणेशाय नमः।

प्रश्र: जल्दी विवाह के लिए कौन सी पूजा अच्छी है?

उत्तर: शीघ्र विवाह के लिए निम्नलिखित पूजाएं की जा सकती हैं:

  • गणेश पूजा
  • विष्णु पूजा
  • शिव पूजा
  • हनुमान पूजा
  • माता दुर्गा पूजा

प्रश्र: विवाह के देवता कौन से हैं?

उत्तर: विवाह के देवता भगवान शिव और माता पार्वती हैं। इनकी पूजा करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और शीघ्र विवाह होता है।

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