Vivah Muhurat 2023-2024: हिंदू पंचांग के अनुसार, 23 नवंबर, 2023 से विवाह मुहूर्त शुरू होंगे। दिसंबर, 2023 में सबसे अधिक विवाह मुहूर्त हैं, जबकि फरवरी, 2024 में सबसे कम विवाह मुहूर्त हैं।
Vivah Muhurat 2023-2024: हिन्दू पंचांग के अनुसार, 2023-2024 में विवाह के लिए कुल 197 शुभ मुहूर्त हैं। इनमें से 23 नवंबर 2023 को देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) के दिन से विवाह का शुभ मुहूर्त शुरू होता है और 15 दिसंबर 2023 को खरमास (Kharmas) के शुरू होने तक रहता है। इसके बाद 16 जनवरी 2024 से फिर से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू होते हैं और 18 अप्रैल 2024 तक चलते हैं।
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देवउठनी एकादशी क्या है? (What is Devuthani Ekadashi?)
देवउठनी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी या हनुमान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। देवउठनी एकादशी, कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा से जागते हैं और सृष्टि का संचालन अपने हाथों में लेते हैं।
देवउठनी एकादशी के दिन, लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। इस दिन व्रत रखा जाता है और भगवान विष्णु को तुलसी पत्र अर्पित किए जाते हैं। शाम को तुलसी विवाह (Tulsi Vivah) का आयोजन किया जाता है।
देवउठनी एकादशी के दिन, लोग नए कपड़े पहनते हैं और घर को सजाते हैं। इस दिन मिठाई और अन्य पकवान बनाए जाते हैं। देवउठनी एकादशी को एक शुभ दिन माना जाता है और इस दिन विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य किए जाते हैं।
देवउठनी एकादशी की पौराणिक कथा (Mythology of Devuthani Ekadashi)
देवउठनी एकादशी की पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने चार महीने की योग निद्रा में ली थी ताकि वे सृष्टि को पुनर्जीवित कर सकें। इस दौरान, सृष्टि पर अराजकता फैल गई थी। देवताओं और ऋषियों ने भगवान विष्णु से प्रार्थना की कि वे जल्दी से जागें और सृष्टि को बचाएं।
भगवान विष्णु ने उनकी प्रार्थना सुनी और चार महीने बाद योग निद्रा से जागे। उन्होंने सृष्टि को पुनर्जीवित किया और देवताओं और ऋषियों को शांति प्रदान की।
तुलसी विवाह (Tulsi Vivah)
देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह का आयोजन किया जाता है। तुलसी को भगवान विष्णु की पत्नी माना जाता है। इस दिन, भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने तुलसी के पौधे की प्रतिमा स्थापित की जाती है और उनका विवाह कराया जाता है।
तुलसी विवाह को एक शुभ संस्कार माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन तुलसी विवाह करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।
देवउठनी एकादशी का महत्व (Importance of Devuthani Ekadashi)
देवउठनी एकादशी का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और सृष्टि का संचालन अपने हाथों में लेते हैं। इस दिन से नए साल की शुरुआत होती है।
देवउठनी एकादशी के दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन तुलसी विवाह करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।
देवउठनी एकादशी के दिन निम्नलिखित कार्य करने चाहिए:
- भगवान विष्णु की पूजा करें।
- तुलसी पत्र अर्पित करें।
- व्रत रखें।
- तुलसी विवाह करें।
- नए कपड़े पहनें।
- घर को सजाएं।
- मिठाई और अन्य पकवान बनाएं।
देवउठनी एकादशी के दिन निम्नलिखित कार्य करने से बचना चाहिए:
- क्रोध, अहंकार और ईर्ष्या से बचें।
- मांस, मदिरा और अन्य नशीले पदार्थों का सेवन न करें।
- झूठ न बोलें।
- किसी का दिल न दुखाएं।
साल 2023– 2024 में विवाह शुभ मुहूर्तों की लिस्ट (List of Shubh Muhurat For Marriage In The Year 2023-2024)
2023-2024 में विवाह मुहूर्त 23 नवंबर, 2023 से शुरू होंगे और 18 अप्रैल, 2024 तक चलेंगे। इस अवधि के दौरान कुल 33 विवाह मुहूर्त हैं।
विवाह मुहूर्त 2023 (Vivah Muhurat 2023)
नवंबर 2023 के विवाह मुहूर्त (Marriage time of November 2023):
नवंबर, 2023 में ज्यादा विवाह मुहूर्त नहीं हैं। इस महीने में कुल 5 विवाह मुहूर्त हैं।
- 23 नवंबर, गुरुवार
- 24 नवंबर, शुक्रवार
- 27 नवंबर, सोमवार
- 28 नवंबर, मंगलवार
- 29 नवंबर, बुधवार
दिसंबर 2023 के विवाह मुहूर्त (Marriage time of December 2023):
दिसंबर, 2023 में सबसे अधिक विवाह मुहूर्त हैं। इस महीने में कुल 10 विवाह मुहूर्त हैं। इन मुहूर्तों में 5 दिसंबर, 12 दिसंबर, 19 दिसंबर, 26 दिसंबर और 31 दिसंबर शामिल हैं।
- 5 दिसंबर, मंगलवार
- 6 दिसंबर, बुधवार
- 7 दिसंबर, गुरुवार
- 8 दिसंबर, शुक्रवार
- 9 दिसंबर, शनिवार
- 11 दिसंबर, सोमवार
- 12 दिसंबर, मंगलवार
- 13 दिसंबर, बुधवार
- 14 दिसंबर, गुरुवार
- 15 दिसंबर, शुक्रवार
विवाह मुहूर्त 2024 (Vivah Muhurat 2024)
जनवरी 2024 के विवाह मुहूर्त (Marriage time of January 2024):
जनवरी, 2024 में ज्यादा विवाह मुहूर्त नहीं हैं। इस महीने में केवल 15 विवाह मुहूर्त हैं। इन मुहूर्तों में 16 जनवरी, 22 जनवरी और 26 जनवरी शामिल हैं।
- 16 जनवरी, मंगलवार
- 17 जनवरी, बुधवार
- 18 जनवरी, गुरुवार
- 20 जनवरी, शनिवार
- 21 जनवरी, रविवार
- 22 जनवरी, सोमवार
- 23 जनवरी, मंगलवार
- 24 जनवरी, बुधवार
- 25 जनवरी, गुरुवार
- 26 जनवरी, शुक्रवार
- 27 जनवरी, शनिवार
- 28 जनवरी, रविवार
- 29 जनवरी, सोमवार
- 30 जनवरी, मंगलवार
- 31 जनवरी, बुधवार
फरवरी 2024 के विवाह मुहूर्त (Marriage time of February 2024):
फरवरी, 2024 में सबसे ज्यादा विवाह मुहूर्त हैं। इस महीने में केवल 14 विवाह मुहूर्त हैं। इन मुहूर्तों में 11 फरवरी, 24 फरवरी और 25 फरवरी शामिल हैं।
- 1 फरवरी, गुरुवार
- 2 फरवरी, शुक्रवार
- 3 फरवरी, शनिवार
- 4 फरवरी, रविवार
- 5 फरवरी, सोमवार
- 6 फरवरी, मंगलवार
- 7 फरवरी, बुधवार
- 8 फरवरी, गुरुवार
- 9 फरवरी, शुक्रवार
- 10 फरवरी, शनिवार
- 11 फरवरी, रविवार
- 12 फरवरी, सोमवार
- 13 फरवरी, मंगलवार
- 14 फरवरी, बुधवार
- 15 फरवरी, गुरुवार
मार्च 2024 के विवाह मुहूर्त (Marriage time of March 2024):
मार्च, 2024 में भी काफी विवाह मुहूर्त हैं। इस महीने में केवल 15 विवाह मुहूर्त हैं। इन मुहूर्तों में 5 मार्च, 12 मार्च और 15 मार्च शामिल हैं।
- 1 मार्च, शुक्रवार
- 2 मार्च, शनिवार
- 3 मार्च, रविवार
- 4 मार्च, सोमवार
- 5 मार्च, मंगलवार
- 6 मार्च, बुधवार
- 7 मार्च, गुरुवार
- 8 मार्च, शुक्रवार
- 9 मार्च, शनिवार
- 10 मार्च, रविवार
- 11 मार्च, सोमवार
- 12 मार्च, मंगलवार
- 13 मार्च, बुधवार
- 14 मार्च, गुरुवार
- 15 मार्च, शुक्रवार
अप्रैल 2024 के विवाह मुहूर्त (Marriage time of April 2024):
अप्रैल, 2024 में सबसे कम विवाह मुहूर्त हैं। इस महीने में केवल 3 विवाह मुहूर्त हैं।
- 16 अप्रैल, गुरुवार
- 17 अप्रैल, शुक्रवार
- 18 अप्रैल, शनिवार
विवाह मुहूर्त चुनने के लिए सुझाव (Tips For Choosing Marriage Muhurat)
वर और वधू की कुंडली का मिलान
विवाह मुहूर्त का चयन करते समय सबसे पहले वर और वधू की कुंडली का मिलान (Matching of horoscope of bride and groom) करवाना चाहिए। कुंडली मिलान (Kundali matching) से पता चलता है कि दोनों पक्षों के ग्रहों की स्थिति एक दूसरे के अनुकूल है या नहीं। यदि कुंडली मिलान अनुकूल होता है, तो विवाह मुहूर्त का चयन करना आसान हो जाता है।
दोनों पक्षों के ग्रहों की स्थिति
विवाह मुहूर्त का चयन करते समय दोनों पक्षों के ग्रहों की स्थिति (Planetary Positions) भी ध्यान रखनी चाहिए। यदि दोनों पक्षों के ग्रहों की स्थिति अनुकूल होती है, तो विवाह मुहूर्त शुभ होता है।
दिन, तिथि, नक्षत्र, योग और करण
विवाह मुहूर्त का चयन करते समय दिन, तिथि, नक्षत्र, योग और करण सभी शुभ होने चाहिए। यदि सभी ये शुभ होते हैं, तो विवाह मुहूर्त सबसे शुभ होता है।
समय
विवाह मुहूर्त का चयन करते समय भी शुभ होना चाहिए। यदि समय भी शुभ होता है, तो विवाह मुहूर्त और भी अधिक शुभ होता है।
विवाह मुहूर्त के चयन के लिए कुछ अतिरिक्त बातें:
- विवाह मुहूर्त का चयन करते समय यह भी ध्यान रखना चाहिए कि विवाह के दिन कोई अशुभ योग या करण न हो।
- यदि वर या वधू की कोई विशेष धार्मिक मान्यता या आस्था है, तो विवाह मुहूर्त का चयन करते समय उस मान्यता या आस्था को भी ध्यान में रखना चाहिए।
- विवाह मुहूर्त का चयन करते समय यह भी ध्यान रखना चाहिए कि विवाह के दिन मौसम अनुकूल हो।
निष्कर्ष:
विवाह मुहूर्त का चयन एक महत्वपूर्ण निर्णय है। इसलिए, विवाह मुहूर्त का चयन करते समय सभी जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
Vivah Muhurat 2023-2024 :अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्र: 2024 में शादी के लिए लकी डेट क्या है?
उत्तर: 2024 में शादी के लिए लकी डेट 18 अप्रैल, 19 अप्रैल, और 20 अप्रैल हैं। ये तिथियां शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को हैं, जो विवाह के लिए सबसे शुभ तिथियों में से एक मानी जाती है।
प्रश्र: 2023 में शादी करने के लिए सबसे भाग्यशाली महीना क्या है?
उत्तर: 2023 में शादी करने के लिए सबसे भाग्यशाली महीना नवंबर है। इस महीने में कुल 10 मुहूर्त हैं, जिनमें से 2 मुहूर्त अत्यंत शुभ हैं।
प्रश्र: 2023 में विवाह के शुभ मुहूर्त क्या है?
उत्तर: 2023 में विवाह के लिए कुल 43 मुहूर्त हैं, जिनमें से 10 मुहूर्त नवंबर, 7 मुहूर्त दिसंबर, 9 मुहूर्त जनवरी, 11 मुहूर्त फरवरी, 10 मुहूर्त मार्च और 3 मुहूर्त अप्रैल में हैं।
प्रश्र: विवाह के लिए शुभ लग्न कौन कौन से होते हैं?
उत्तर: विवाह के लिए शुभ लग्न निम्नलिखित हैं:
- भद्रा
- विशाखा
- जया
- रिक्ता
- रोहिणी
- श्रवण
- धनिष्ठा
प्रश्र: मार्च 2024 में कितना लगन है?
उत्तर: मार्च 2024 में कुल 3 लगन हैं, जो निम्नलिखित हैं:
- 2 मार्च, शुक्रवार – भद्रा
- 3 मार्च, शनिवार – विशाखा
- 4 मार्च, रविवार – जया
प्रश्र: शादी करने के लिए लकी महीना कौन सा है?
उत्तर: शादी करने के लिए लकी महीना नवंबर है। इस महीने में कुल 10 मुहूर्त हैं, जिनमें से 2 मुहूर्त अत्यंत शुभ हैं। इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और सृष्टि का संचालन अपने हाथों में लेते हैं। इस दिन विवाह करने से वर-वधु को सुखमय दाम्पत्य जीवन मिलता है।
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