Love Marriage Success Rate in India: भारत में कितने लव मैरिज हैं?

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Love Marriage Success Rate in India

Love Marriage Success Rate in India: भारत में लव मैरिज का चलन बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी इसका प्रतिशत कम है। 2018 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में केवल 3% विवाह लव मैरिज हैं।

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Love Marriage Success Rate in India:

भारत में शादी एक महत्वपूर्ण सामाजिक समारोह है। यह एक जीवन भर का बंधन है, जिसमें दो लोग एक साथ रहने का वादा करते हैं। भारत में शादी की परंपराएं सदियों पुरानी हैं। पारंपरिक रूप से, भारत में शादीएं परिवारों द्वारा तय की जाती हैं, जिन्हें अरेंज मैरिज कहा जाता है।

लव मैरिज / प्रेम विवाह का उदय (Rise of Love Marriage / Prem Vivah) 

हाल के वर्षों में, भारत में लव मैरिज का चलन बढ़ रहा है। 2018 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में 3% विवाह लव मैरिज हैं। लव मैरिज में, जोड़े एक-दूसरे से प्यार करते हैं और अपनी मर्जी से शादी करते हैं। 

लव मैरिज क्या है? (What is Love Marriage?)

लव मैरिज/ प्रेम विवाह (Love Marriage/ Prem Vivah) दो व्यक्तियों के आपसी प्रेम, परवाह, आकर्षण और वादे से हुए मेल को कहते है। इसमें वर और वधु एक दूसरे को पहले से जानते हैं और एक दूसरे को अपना जीवन साथी खुद चुनते हैं। प्रेम विवाह में परिवार की सहमति या बिना सहमति के वह एक दूसरे के साथ विवाह के बंधन में बंधते हैं

भारत में लव मैरिज की दर (Love Marriage Rate In India)

भारत में लव मैरिज की दर लगातार बढ़ रही है। 2015 में, भारत में लव मैरिज की दर केवल 3% थी, लेकिन 2023 में यह बढ़कर 5% हो गई है। यह अनुमान लगाया गया है कि 2030 तक भारत में लव मैरिज की दर 10% तक पहुंच जाएगी।

भारत में लव मैरिज की बढ़ती दर के कारण (Reasons For Increasing Rate Of Love Marriage In India)

भारत में लव मैरिज की बढ़ती दर के कई कारण हैं। इनमें शामिल हैं:

  • शिक्षा का प्रसार: शिक्षा के प्रसार से युवाओं के बीच जागरूकता बढ़ रही है। वे अपने जीवनसाथी को चुनने में अधिक स्वतंत्रता चाहते हैं। शिक्षा के माध्यम से, युवाओं को पता चलता है कि लव मैरिज एक वैध और मान्य विकल्प है। वे यह भी सीखते हैं कि अपने जीवनसाथी को चुनने में अधिक स्वतंत्रता होना महत्वपूर्ण है।
  • सामाजिक परिवर्तन: भारतीय समाज में सामाजिक परिवर्तन हो रहा है। महिलाओं की स्थिति में सुधार हो रहा है और उन्हें अपने जीवन में अधिक निर्णय लेने की स्वतंत्रता मिल रही है। सामाजिक परिवर्तनों के कारण, महिलाएं अब अपने जीवनसाथी को चुनने में अधिक स्वतंत्र महसूस करती हैं।
  • मीडिया का प्रभाव: मीडिया लव मैरिज को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कई फिल्में और टीवी शो लव मैरिज पर आधारित हैं। ये फिल्में और टीवी शो युवाओं को लव मैरिज के बारे में जागरूक करने में मदद कर रहे हैं। मीडिया के माध्यम से, युवाओं को लव मैरिज के सकारात्मक पहलुओं के बारे में पता चलता है।

भारत में लव मैरिज की सफलता दर (Success Rate Of Love Marriage In India)

भारत में लव मैरिज की सफलता दर अरेंज मैरिज की तुलना में अधिक होती है। एक अध्ययन के अनुसार, भारत में लव मैरिज की सफलता दर 80% है, जबकि अरेंज मैरिज की सफलता दर 60% है।

लव मैरिज की सफलता दर अधिक होने के कई कारण हैं। सबसे पहले, लव मैरिज करने वाले जोड़े एक-दूसरे को अच्छे से जानते हैं और उनके बीच प्यार और समझ होती है। दूसरे, लव मैरिज करने वाले जोड़े अक्सर एक समान सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि से आते हैं, जिससे उनके बीच सामंजस्य बनाए रखना आसान होता है। तीसरे, लव मैरिज करने वाले जोड़े अक्सर अपने परिवारों के समर्थन से शादी करते हैं, जिससे उन्हें अपनी शादी को सफल बनाने के लिए अधिक संसाधन मिलते हैं।

हालांकि, लव मैरिज करने वाले जोड़ों को भी कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इन चुनौतियों में परिवार का विरोध, सामाजिक दबाव, आर्थिक कठिनाइयाँ, सांस्कृतिक अंतर और धार्मिक अंतर शामिल हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए लव मैरिज करने वाले जोड़ों को एक-दूसरे का समर्थन और सहयोग करना चाहिए। उन्हें अपनी शादी को सफल बनाने के लिए तैयार रहना चाहिए।

भारत में लव मैरिज के मुद्दे (Love Marriage Issues In India)

भारत में लव मैरिज करने वाले जोड़ों को कुछ मुद्दों का सामना करना पड़ सकता है। इनमें शामिल हैं:

  • परिवार का विरोध: 

भारत में, लव मैरिज को अक्सर परिवार के सम्मान के लिए खतरा माना जाता है। यदि कोई युवा लव मैरिज करता है, तो उसके परिवार का विरोध हो सकता है। परिवार के विरोध के कारण लव मैरिज करने वाले जोड़ों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

  • सामाजिक दबाव: 

भारत में, लव मैरिज को अक्सर समाज में गलत माना जाता है। यदि कोई युवा लव मैरिज करता है, तो उसे सामाजिक दबाव का सामना करना पड़ सकता है। सामाजिक दबाव के कारण लव मैरिज करने वाले जोड़ों को अपनी शादी को छुपाने या अपने रिश्ते को गुप्त रखने की आवश्यकता हो सकती है।

  • आर्थिक कठिनाइयाँ: 

भारत में, लव मैरिज करने वाले जोड़ों को अक्सर आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। यदि उनके परिवार उनका समर्थन नहीं करते हैं, तो उन्हें अपनी शादी के लिए खुद ही पैसे जुटाने होंगे। आर्थिक कठिनाइयों के कारण लव मैरिज करने वाले जोड़ों को अपनी शादी को टालने या अपनी शादी की योजनाओं में बदलाव करने की आवश्यकता हो सकती है।

  • सांस्कृतिक अंतर: 

भारत में, लव मैरिज करने वाले जोड़ों को अक्सर सांस्कृतिक अंतर का सामना करना पड़ सकता है। यदि वे एक ही संस्कृति से नहीं आते हैं, तो उन्हें एक-दूसरे की संस्कृति को समझने और अपनाने में समय लग सकता है। सांस्कृतिक अंतर के कारण लव मैरिज करने वाले जोड़ों को अपने रिश्ते में संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है।

  • धार्मिक अंतर: 

भारत में, लव मैरिज करने वाले जोड़ों को अक्सर धार्मिक अंतर का सामना करना पड़ सकता है। यदि वे अलग-अलग धर्मों से आते हैं, तो उन्हें अपने धर्मों के बीच सामंजस्य बनाने में समय लग सकता है। धार्मिक अंतर के कारण लव मैरिज करने वाले जोड़ों को अपने रिश्ते में संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। 

इन चुनौतियों का सामना करने के लिए लव मैरिज करने वाले जोड़ों को एक-दूसरे का समर्थन और सहयोग करना चाहिए। उन्हें अपनी शादी को सफल बनाने के लिए तैयार रहना चाहिए।

लव मैरिज के फ़ायदे (Benefits of Love Marriage)

  • प्रेम और समझ: लव मैरिज में, दोनों पक्ष एक-दूसरे से प्यार करते हैं और एक-दूसरे को समझते हैं। यह एक मजबूत और सफल शादी के लिए आवश्यक है। प्रेम और समझ के आधार पर बने रिश्ते अधिक टिकाऊ और संतोषजनक होते हैं।
  • स्वतंत्रता: लव मैरिज में, दोनों पक्ष अपने जीवनसाथी को चुनने में स्वतंत्र होते हैं। यह उन्हें शादी में अधिक सहज और खुश महसूस करने में मदद करता है। जब कोई व्यक्ति अपने जीवनसाथी को अपने मन से चुनता है, तो वह उसे अधिक सम्मान और प्यार देता है।
  • समानता: लव मैरिज में, दोनों पक्ष समान अधिकार और जिम्मेदारियों का आनंद लेते हैं। यह शादी को अधिक न्यायसंगत और संतुलित बनाता है। जब दोनों पक्ष एक-दूसरे को बराबर मानते हैं, तो वे एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और एक-दूसरे के साथ समान रूप से व्यवहार करते हैं।

लव मैरिज के नुकसान (Disadvantages Of Love Marriage)

  • परिवार का विरोध: लव मैरिज में, परिवार का विरोध एक आम समस्या है। यह लव मैरिज करने वाले जोड़ों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। परिवार का विरोध कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि जाति, धर्म, सामाजिक वर्ग, या आर्थिक स्थिति। यदि परिवार का विरोध होता है, तो इसे दूर करने के लिए दोनों पक्षों को समझदारी से काम करना चाहिए।
  • सामाजिक दबाव: लव मैरिज को अक्सर समाज में गलत माना जाता है। यह लव मैरिज करने वाले जोड़ों के लिए सामाजिक दबाव का कारण बन सकता है। समाज का दबाव भी लव मैरिज के जोड़ों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यदि समाज का दबाव होता है, तो इसे दूर करने के लिए दोनों पक्षों को एक-दूसरे का समर्थन करना चाहिए।
  • सांस्कृतिक और धार्मिक अंतर: लव मैरिज में, दोनों पक्षों के बीच सांस्कृतिक या धार्मिक अंतर हो सकता है। यह शादी में संघर्ष का कारण बन सकता है। यदि दोनों पक्षों के बीच सांस्कृतिक या धार्मिक अंतर होता है, तो इसे दूर करने के लिए दोनों पक्षों को एक-दूसरे को समझने और सम्मान करने की कोशिश करनी चाहिए।

लव मैरिज की सफलता के लिए सुझाव (Tips For Success Of Love Marriage)

लव मैरिज की सफलता के लिए, जोड़ों को निम्नलिखित चरणों का पालन करना चाहिए:

  • एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानें:

लव मैरिज करने वाले जोड़ों को अपनी शादी से पहले एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानना चाहिए। यह देखने के लिए कि क्या वे एक-दूसरे के लिए सही हैं, यह महत्वपूर्ण है कि वे एक-दूसरे के व्यक्तित्व, मूल्यों, लक्ष्यों और इच्छाओं के बारे में जानें।

इस जानकारी को प्राप्त करने के कई तरीके हैं। आप एक-दूसरे के साथ बातचीत कर सकते हैं, एक-दूसरे के परिवारों से मिल सकते हैं, और एक-दूसरे की पसंदीदा गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।

  • अपने परिवारों के साथ बातचीत करें:

अपने परिवारों के साथ बातचीत करना महत्वपूर्ण है, खासकर अगर वे आपकी शादी का समर्थन नहीं करते हैं। उन्हें आपकी शादी के बारे में बताएं और उन्हें समझाने की कोशिश करें कि आप एक-दूसरे के लिए सही हैं।

यदि आपके परिवार आपका समर्थन नहीं करते हैं, तो यह चुनौतीपूर्ण हो सकता है। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि आप उन्हें बताएं कि आप उनकी चिंताओं को समझते हैं और आप उन्हें दिखाना चाहते हैं कि आप एक सफल शादी बना सकते हैं।

  • एक-दूसरे का समर्थन करें:

शादी एक चुनौतीपूर्ण अनुभव हो सकता है। उतार-चढ़ाव के समय एक-दूसरे का समर्थन करना महत्वपूर्ण है।

अपने जीवनसाथी को बताएं कि आप उनका समर्थन करते हैं और आप उनके साथ खड़े हैं। उन्हें यह भी बताएं कि आप उनकी भावनाओं को समझते हैं और आप उन्हें सुनने के लिए तैयार हैं।

  • अपने रिश्ते पर काम करें:

कोई भी रिश्ता बिना मेहनत के नहीं चल सकता। अपने रिश्ते पर काम करें और इसे मजबूत बनाने के लिए प्रयास करें।

अपने जीवनसाथी के साथ नियमित रूप से बातचीत करें और अपने रिश्ते के बारे में बात करें। एक-दूसरे की भावनाओं को समझें और उन्हें संबोधित करने के लिए काम करें।

यदि आप इन सुझावों का पालन करते हैं, तो आप अपनी लव मैरिज को सफल बनाने में बेहतर स्थिति में होंगे।

लव मैरिज के लिए कानूनी प्रावधान ()Legal Provisions For Love Marriage

भारतीय संविधान में लव मैरिज के लिए प्रावधान

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 में व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार दिया गया है। इस अधिकार के तहत, प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवनसाथी को चुनने की स्वतंत्रता है।

इसका मतलब है कि भारत में कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्ति से शादी करने के लिए स्वतंत्र है, चाहे वह उसके धर्म, जाति, या सामाजिक वर्ग से हो।

इस अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए, भारतीय संविधान में किसी भी प्रकार के लव मैरिज को प्रतिबंधित करने वाला कोई कानून नहीं है।

भारतीय दंड संहिता में लव मैरिज के लिए प्रावधान

भारतीय दंड संहिता की धारा 497 में व्यभिचार को अपराध बनाया गया है। हालांकि, यह धारा केवल तभी लागू होती है जब एक विवाहित व्यक्ति किसी अन्य विवाहित व्यक्ति के साथ यौन संबंध रखता है।

इसका मतलब है कि लव मैरिज के मामले में, व्यभिचार की धारा लागू नहीं होती है।

सामान्य विवाह अधिनियम, 1954 में लव मैरिज के लिए प्रावधान

सामान्य विवाह अधिनियम, 1954, भारत में विवाह के लिए कानूनी प्रावधान प्रदान करता है। इस अधिनियम के तहत, विवाह के लिए निम्नलिखित शर्तें आवश्यक हैं:

  • दोनों पक्षों की आयु 21 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
  • दोनों पक्षों की सहमति होनी चाहिए।
  • दोनों पक्षों के बीच कोई कानूनी बाधा नहीं होनी चाहिए।

लव मैरिज करने वाले जोड़े इन शर्तों को पूरा करते हैं तो वे सामान्य विवाह अधिनियम के तहत विवाह कर सकते हैं।

कुछ राज्यों में लव मैरिज के लिए विशेष प्रावधान

कुछ राज्यों में, लव मैरिज करने वाले जोड़ों के लिए विशेष प्रावधान भी हैं। उदाहरण के लिए, गुजरात राज्य में, लव मैरिज करने वाले जोड़ों को माता-पिता की सहमति की आवश्यकता नहीं होती है।

लव मैरिज करने वाले जोड़ों को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • दोनों पक्षों को एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानना चाहिए।
  • दोनों पक्षों को अपने परिवारों के साथ बातचीत करनी चाहिए।
  • दोनों पक्षों को एक-दूसरे का समर्थन करना चाहिए।

इन बातों का ध्यान रखकर, आप अपनी लव मैरिज को सफल बनाने में बेहतर स्थिति में होंगे।

निष्कर्ष:

लव मैरिज की सफलता दर अरेंज मैरिज की तुलना में कम बताई जाती है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि विवाह की सफलता दर कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि जोड़े के बीच प्रेम, समझ और संचार।

Love Marriage Success Rate in India: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

प्रश्र: भारत में कितने प्रतिशत लोग लव मैरिज करते हैं?

उत्तर: 2018 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में केवल 3% विवाह लव मैरिज हैं। हालांकि, हाल के वर्षों में, लव मैरिज का चलन बढ़ रहा है। 2023 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में लव मैरिज का प्रतिशत बढ़कर 5% हो गया है।

प्रश्र: क्या लव मैरिज करना सही है या गलत?

उत्तर: यह एक व्यक्तिगत निर्णय है कि लव मैरिज करना सही है या गलत। कुछ लोग मानते हैं कि लव मैरिज करना सही है क्योंकि यह जोड़े को अपने जीवनसाथी को चुनने की स्वतंत्रता देता है। अन्य लोग मानते हैं कि लव मैरिज करना गलत है क्योंकि यह जोड़े को एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानने का मौका नहीं देता है।

प्रश्र: भारत में कौन सा विवाह अधिक सफल प्रेम या अरेंज्ड है?

उत्तर: इस सवाल का कोई निश्चित जवाब नहीं है। दोनों प्रकार के विवाहों में सफलता दर अलग-अलग हो सकती है।  के बीच संबंध

प्रश्र: लव मैरिज या अरेंज मैरिज में क्या बेहतर है?

उत्तर: यह भी एक व्यक्तिगत निर्णय है कि लव मैरिज या अरेंज मैरिज में क्या बेहतर है। लव मैरिज उन लोगों के लिए बेहतर हो सकती है जो अपने जीवनसाथी को चुनने में स्वतंत्र होना चाहते हैं। अरेंज मैरिज उन लोगों के लिए बेहतर हो सकती है जो एक स्थिर और सुरक्षित जीवन चाहते हैं।

प्रश्र: भारत के किस राज्य में सबसे ज्यादा प्रेम विवाह होते हैं?

उत्तर: 2023 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत के सबसे अधिक प्रेम विवाह वाले राज्यों में शामिल हैं:

  • गोवा
  • केरल
  • तमिलनाडु
  • महाराष्ट्र
  • दिल्ली

प्रश्र: भारत में प्रेम विवाह कितना आम है?

उत्तर: भारत में प्रेम विवाह अभी भी एक अपेक्षाकृत नई अवधारणा है। हालांकि, हाल के वर्षों में, प्रेम विवाह का चलन बढ़ रहा है। 2023 के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में 18-25 वर्ष की आयु के लोगों में से लगभग 15% लव मैरिज करना चाहते हैं।

प्रश्र: लव मैरिज क्यों नहीं करना चाहिए?

उत्तर: लव मैरिज करने से पहले कुछ चीजों पर विचार करना चाहिए:

  • क्या आपका साथी आपके लिए सही है?
  • क्या आपके परिवारों का आपके रिश्ते का समर्थन है?
  • क्या आप शादी के लिए तैयार हैं?

लव मैरिज करने से पहले इन सवालों के जवाब देने से आपको यह तय करने में मदद मिलेगी कि आपके लिए लव मैरिज सही है या नहीं।

प्रश्र: लव मैरिज करना सही है या गलत?

उत्तर: यह एक व्यक्तिगत निर्णय है कि लव मैरिज करना सही है या गलत। कुछ लोग मानते हैं कि लव मैरिज करना सही है क्योंकि यह जोड़े को अपने जीवनसाथी को चुनने की स्वतंत्रता देता है। अन्य लोग मानते हैं कि लव मैरिज करना गलत है क्योंकि यह जोड़े को एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानने का मौका नहीं देता है।

प्रश्र: प्रेम विवाह सफल क्यों नहीं होता है?

उत्तर: प्रेम विवाह सफल नहीं होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • जोड़े के बीच प्रेम और समझ की कमी
  • जोड़े के बीच संचार की कमी
  • जोड़े के परिवारों का समर्थन की कमी
  • सामाजिक और आर्थिक मतभेद

प्रेम विवाह को सफल बनाने के लिए, जोड़ों को इन कारकों पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानने और समझने की कोशिश करनी चाहिए। उन्हें एक-दूसरे के साथ खुलकर और ईमानदारी से संवाद करना चाहिए। उन्हें अपने परिवारों का समर्थन प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए।

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